अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामनगरी अयोध्या में शुक्रवार को कहा कि औरंगजेब ने ईश्वर की दुर्गति की थी। इसी वजह से उसके वंशज कोलकाता में रिक्शा चलाते पाए गए। अगर औरंगजेब ने ऐसा नहीं किया होता तो आज उसके वंशजों की ऐसी हालत बेहतर होती। सीएम ने कहा कि अगर विश्व मानव सभ्यता को बचाना है तो सनातन का सम्मान करना होगा। हमारे ऋषि मुनियों ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुम्बकम की बात कही थी वो आज भी प्रासंगिक हैं।
अयोध्या में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि दुनिया के अंदर सनातन धर्म ही ऐसा धर्म है, जिसने हर मजहब को विपत्ति के समय शरण दिया है। लेकिन कभी हिंदुओ के साथ ऐसा हुआ क्या, क्या हुआ बांग्लादेश में, उससे पहले पाकिस्तान, अफगानिस्तान में क्या हुआ था?
सीएम योगी ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि देश में सनातन धर्म के गौरव स्थलों को नष्ट करने वाले लोग कौन थे और उन्होंने ऐसा क्यों किया? आखिर इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी? इन बर्बर कृत्यों के जरिए पूरी धरती को नर्क बनाने की साजिश का हिस्सा था।
मंदिरों को तोड़े जाने का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि कभी काशी विश्वनाथ धाम, कभी अयोध्या में, कभी मथुरा में तो कभी संभल में कल्कि अवतार की हरिहर भूमि, कभी भोजपुर में, हर समय हिंदुओं के मंदिरों को तोड़ा गया। इस मंदिरों को तोड़ने से उनका वंश और खून ही नष्ट हुआ होगा। सीएम ने आगे कहा कि इन मंदिरों को अपवित्र करने वालों के वंश और वंशज नष्ट हो जाएंगे। केवल सनातन धर्म ही विश्व में शांति स्थापित कर सकता है।
सीएम योगी ने कहा कि जब मैं लोगों से पूछता हूं कि मंदिर तोड़ने वाले लोगों के परिवार की आज की स्थिति क्या है तो लोग बताते हैं कि औरंगजेब के परिवार के लोग, उनके वर्तमान खानदान के लोग आज कोलकाता के पास रिक्शा चलाते हैं। अगर उसने मंदिर तोड़े नहीं होते और मंदिरों को नुकसान नहीं पहुंचाया होता तो आज उनके लोगों को यह दुर्गति नहीं देखनी पड़ती। उसके औलादों को ये दिन नहीं देखना पड़ता।
सीएम योगी सहित भाजपा के अन्य नेता अयोध्या के साथ काशी और मथुरा का जिक्र करते रहे हैं। काशी और मथुरा दोनों जगह मंदिर और मस्जिद को लेकर विवाद है। संभल का जिक्र अब तक नहीं होता था।पिछले महीने स्थानीय अदालत के आदेश पर एएसआई की टीम सर्वे करने मस्जिद पहुंची थी। इस दौरान उग्र भीड़ और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस झड़प के बाद प्रशासन सख्त हुआ और आरोपियों पर कार्रवाई शुरू हुई। बिजली चोरी की जांच के बीच पुराना मंदिर मिला, जो 46 साल से बंद था। इस मंदिर के पास खुदाई में कुआं मिला और कुएं में मूर्तियां भी मिलीं। इसके बाद से संभल भी चर्चा में आ गया है।हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में भी मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी और जिस जगह पर मस्जिद बनी है, वहां पूजा करने का अधिकार हिंदुओं का है।

Author: The Hindustan Times
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