कासगंज। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा महिलाओं/बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वालंबन हेतु चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान (फेज-05) के तहत पुलिस अधीक्षक कासगंज अपर्णा रजत कौशिक के निर्देशन में जनपद के समस्त थाना क्षेत्रांतर्गत महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा गांव, कस्बा व बस स्टैण्ड सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर भ्रमण कर प्राथमिकता के आधार पर महिला एवं बालिकाओं को जागरुक करने के साथ ही महिला संबंधित समस्याओं के निस्तारण कराने के संबंध में जनजागरुकता अभियान चलाया जा रहा है तथा महिलाओं एवं बालिकाओं के साथ जुड़कर उन्हें सशक्त एवं सुरक्षित वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में गुरूवार को जनपदीय महिला बीट पुलिस अधिकारियों द्वारा प्राथमिकता के आधार पर जागरूक करते हुए बताया गया कि महिलाओं एवं बालिकाओं को डिजिटल अरेस्ट एक गंभीर समस्या है जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। हमें इस समस्या के बारे में जागरूक होना चाहिए और अपने आपको और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए। अगर आप डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुए हैं, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें। इसके साथ ही महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, स्वस्थ्य रिलेशनसिप एवं महिलाओं की सुरक्षा सहायता हेतु निर्मित न्यायिक कानूनों का दुरुपयोग, झूठे मुकदमों के परिणाम, साइबर हिंसा, प्रेम सम्बन्धों में घर से पलायन एवं एवं नशीली वस्तुओं का सेवन न करने एवं नशावृत्ति के कारण परिवार को होने वाली शारीरिक, आर्थिक व सामाजिक क्षति के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए जागरूक किया गया। नशे की लत छोड़ने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति जागृत करने एवं नशामुक्ति विशेषज्ञों एवं परिवार के वरिष्ठ नागरिकों द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन कराये जाने हेतु अवगत कराया गया एवं नशा मुक्ति सम्बन्धित पंपलेट वितरित किए गए। इसके साथ ही शासन द्वारा संचालित विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों एवं कानूनी प्रावधानों एवं उनके अधिकारों इत्यादि के बारे में चर्चा करते हुए जागरुक किया गया है।
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डिजिटल अरेस्ट के प्रकार
अपराधी पीड़ित को बताते हैं कि उन्होंने आयकर नहीं भरा है और उनके खिलाफ कर चोरी का मामला दर्ज किया गया है। अपराधी पीड़ित को बताते हैं कि उनके बैंक खाते का उपयोग किसी अवैध गतिविधि में किया गया है और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। अपराधी पीड़ित को बताते हैं कि उनके पास मादक पदार्थ मिले हैं और उनके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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डिजिटल अरेस्ट से बचाव के उपाय
अज्ञात नंबरों से कॉल न उठाएं। अगर कोई आपको धमकाता है, तो घबराएं नहीं और पुलिस से संपर्क करें। अपने बैंक खाते की जानकारी, पासवर्ड या अन्य व्यक्तिगत जानकारी किसी अजनबी को न दें। अपने सभी खातों के लिए मजबूत और अद्वितीय पासवर्ड बनाएं। अपने कंप्यूटर और मोबाइल में एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करें।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर