कासगंज। भोगपुर गांव में स्थित माता काली का मंदिर जनपद में सुप्रसिद्ध स्थान है। तीन अक्टूबर से शुरू हो रहे नवदुर्गों को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है। माता मंदिर पर मुस्लिम परिवार के लोग भी आस्था रखते हैं। यहां प्रत्येक नवदुर्गा पर्व के दौरान माता के दर्शन एवं बच्चों के मुंडन कराए जाने की विशेष मान्यता है। माता के दरबार में हर वर्ष लाखो भक्त पहुंचते है। शूकर क्षेत्र सोरों के निकट स्थित ग्राम भोगपुर में देवी का प्राचीन मंदिर है। वहा के निवासी बताते है कि माता काली की सिद्ध पीठ की स्थापना आज से लगभग 200 वर्षों से भी पूर्व हुई है। जबकि यहां मंदिर का विस्तार रूप 1951 में क्षेत्रीय लोगों द्वारा कराया गया है। यह मंदिर विभिन्न धार्मिक मान्यताओं से परिपूर्ण है। लोग वर्ष के दोनों नवरात्रों में यहां देवी की ‘जात’ करने पहुंचते हैं। उनकी मनौतियां भी पूर्ण होती हैं। आसपास के जनपदों में प्रसिद्ध भोगपुर देवी के मंदिर पर हिंदू धर्मावलंबियों के अतिरिक्त मुस्लिम परिवार के लोग भी जात करने पहुंचते हैं। यहां नवजात शिशुओं के मुंडन कराए जाने की भी परम्परा है। नवदुर्गा पर्व के दौरान यहां मेले जैसा दृश्य देखने को मिलता है।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर