–चलता_रहे_मेरा_दिल किनारे के साथ कार्यक्रम में सैकड़ो लोगों ने लिया भाग
–विश्व हृदय दिवस पर बुलंदशहर में हुआ वॉकाथॉन का आयोजन
बुलंदशहर। यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा के तत्वाधान में बुलंदशहर में हृदय स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए वॉकाथॉन का आयोजन हुआ। ‘#चलता_रहे_मेरा_दिल’ शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में हृदय रोगों की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डालना और सरल जीवनशैली में बदलावों के जरिए हृदय स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाना था।
वॉकाथॉन का शुभारंभ मुख्य अतिथि कुलदीप मीना (आईएएस), मुख्य विकास अधिकारी-बुलंदशहर और विशेष अतिथि डॉ. विनय कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संयुक्त रूप से किया। बुलंदशहर में प्रातः 5:30 बजे स्नेहा गार्डन, डी.एम. रोड पर वॉकाथॉन में भाग लेने भीड़ उमड़ पड़ी। यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष एवं चिकित्सा निदेशक डॉ. अजय त्यागी ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया।
वॉकाथॉन में 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिनमें स्थानीय आवासीय सोसायटियों के निवासी और वरिष्ठ नागरिक शामिल रहे। सभी उपस्थित प्रतिभागियों को नि:शुल्क टी-शर्ट और जलपान प्रदान किया गया। साथ ही विजेताओं को पुरस्कार रूप में साइकिल प्रदान की गई। इसके अलावा, सभी प्रतिभागियों को हृदय स्वास्थ्य जांच के लिए मुफ्त कूपन भी वितरित किए गए। वॉकाथॉन के बाद, ज़ुम्बा सत्र का आयोजन किया गया और ‘हृदय स्वास्थ्य’ पर एक इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया। जिसे यथार्थ सुपर के डॉ. दीपांकर वत्स-कंसल्टेंट-कार्डियोलॉजी और डॉ. राहुल पुंज-सीनियर कंसल्टेंट-इंटरनल मेडिसिन की एक पैनल टीम ने संबोधित किया। चर्चा में नियमित शारीरिक गतिविधि, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली के महत्व को हृदय रोगों की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण बताया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि कुलदीप मीना (आईएएस), मुख्य विकास अधिकारी-बुलंदशहर ने कहा, “मैं यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के प्रयासों की सराहना करता हूं, जिन्होंने इस आयोजन के माध्यम से विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया है। छोटे-छोटे जीवनशैली में बदलाव जानलेवा जोखिमों को कम कर सकते हैं। आज की तेज रफ्तार जीवनशैली, काम का अत्यधिक दबाव और सोशल मीडिया की व्यापकता हमारे स्वास्थ्य पर अप्रत्याशित असर डाल रही है, जिसका हमें एहसास भी नहीं होता। यह आवश्यक है कि हम रुककर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और अपने दैनिक जीवन में स्वस्थ आदतों को शामिल करें ताकि हम अपने दिल और समग्र स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकें। यथार्थ ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष एवं चिकित्सा निदेशक डॉ. अजय त्यागी ने कहा, “हृदय रोगों के मामले बढ़ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण खराब और निष्क्रिय जीवनशैली है, और यह चिंताजनक है कि कई भारतीय अभी भी हृदयाघात के शुरुआती लक्षणों से अनभिज्ञ हैं। इस तरह के सार्वजनिक आयोजन, जैसे यह वॉकाथॉन, जागरूकता फैलाने और लोगों को हृदयाघात की रोकथाम व इससे बचाव के तरीकों के बारे में शिक्षित करने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।” उन्होंने कहा कि रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में 2.8 मिलियन से अधिक लोग हृदय रोग के जोखिम में हैं, जिनमें से अधिकांश इस बात से अनजान हैं कि उनकी लापरवाह आदतें उनके हृदय स्वास्थ्य को खतरे में डाल रही हैं। हृदय रोगों की रोकथाम का सबसे सरल तरीका है निष्क्रिय जीवनशैली और मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप को बढ़ावा देने वाले खानपान से बचना।
