स्याना। श्रीमती दिलावरी देवी किसान कन्या डिग्री कॉलेज, चिंगरावठी में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) विशेष शिविर के दूसरे दिन स्वयंसेविकाओं ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाया और ग्रामीणों को स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया। शिविर के अंतर्गत स्वयंसेविकाओं ने गांव की सड़कों, गलियों और सार्वजनिक स्थलों की सफाई की तथा कचरा प्रबंधन के महत्व को समझाया।
इस अवसर पर स्वयंसेविकाओं ने ग्रामीणों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए रैली निकाली और “स्वच्छ गांव, स्वस्थ जीवन” जैसे नारे लगाए। साथ ही, उन्होंने ग्रामीणों को स्वच्छता अपनाने, कूड़ा न फेंकने, शौचालय के उपयोग और जल संरक्षण के महत्व के बारे में जानकारी दी।
उस दौरान एनआरईसी कॉलेज खुर्जा से मनोविज्ञान विभाग से आए डॉ. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि हम सबका मानसिक स्वास्थ्य इस बात को प्रभावित करता है कि हम कैसा महसूस करते हैं। स्वयं सेविकाओं से कहा कि सभी के पास पांच ज्ञानेन्द्रियां होती हैं। महिलाओं में एक संवेदना ज्यादा होती है, जो महिलाओं कप।सही और गलत का आभास कराती है।
शिविर के दौरान स्वयंसेविकाओं ने घर-घर जाकर ग्रामीणों से संवाद किया और उन्हें स्वच्छता के साथ-साथ शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य से जुड़े विषयों पर भी जागरूक किया। गांव के वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं ने इस पहल की सराहना की और भविष्य में स्वच्छता बनाए रखने का संकल्प लिया।
शिविर में उपस्थित आयोजकों और प्रशिक्षकों ने स्वयंसेविकाओं के इस कार्य की प्रशंसा की और उन्हें समाज सेवा की भावना के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। आगामी दिनों में शिविर के अंतर्गत स्वास्थ्य जांच शिविर, वृक्षारोपण और अन्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस पहल से न केवल गांव की सफाई व्यवस्था में सुधार हुआ बल्कि ग्रामीणों में स्वच्छता को लेकर नई सोच भी विकसित हुई। राष्ट्रीय सेवा योजना के इस प्रयास की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।
इस दौरान कार्यक्रम अधिकारी डॉ. एचके वैश्य, बागेश्वर सिंह, डीएल शर्मा, सलमा खातून, अनुराधा त्यागी का विशेष सहयोग रहा।
वंदे मातरम ग्रुप की छात्राएं तनु, सिंपल, अंजलि, कनिका, ईशा, कामिनी आदि ने कुशल भूमिका निभाई।

Author: The Hindustan Times
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