कासगंज। जिलाधिकारी कासगंज मेधा रूपम की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत अध्यक्ष रत्नेश कश्यप की उपस्थिति में राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत संचालित “वर्षा सिंचित” क्षेत्र विकास (आएडी) योजना के तहत गठित जिला मिशन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें समिति के समस्त सदस्य एवं लाभार्थी कृषक उपस्थित रहे। सर्वप्रथम भूमि संरक्षण अधिकारी/जिला कृषि अधिकारी, डाॅ. अवधेश मिश्र के द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद में आरएडी योजना प्रथमवार वर्ष 2024-25 से संचालित है, जिसके अन्तर्गत वाहिदपुर माफी क्लस्टर, विकास खण्ड कासगंज का चयन कर लाभार्थी कृषको को फसल पद्धति, पशुधन एवं वैल्यू ऐडीशन के अन्तर्गत वर्मी कम्पोस्ट एवं मधुमक्खी पालन यूनिट की स्थापना हेतु प्रोत्साहन अनुदान रूपये 30000.00 प्रति लाभार्थी की दर से दिए जाने का प्रावधान किया गया है, इस योजना के अन्तर्गत उन्ही ग्रामों का चयन किया जाना है, जहां पर पूर्व में ही भूमि एवं जल संरक्षण का कार्य कराकर संतृप्त किया गया हो, उन क्षेत्रों का प्राथमिकता के आधार पर चयन किया जाना है। उक्त योजना के अन्तर्गत वर्ष 2025-26 हेतु दिए गये मानक के अनुसार एक क्लस्टर/गॉव का चयन कर अनुमोदनोेपरान्त उपलब्ध कराने के निर्देश प्राप्त हुए है। इसके तहत विधायक, सदर कासगंज के प्रस्ताव पर विकास खण्ड सोरों के ग्राम खडिया का चयन कर समिति के समक्ष अनुमोदन प्राप्त करने हेतु प्रस्ताव रखा गया, जिस पर समिति द्वारा विस्तृत परिचर्चा एवं दिए गए मानको का परीक्षण करने के उपरान्त आगामी वर्ष 2025-26 में उक्त योजना का संचालन ग्राम खडिया में किए जाने का अनुमोदन प्रदान किया गया। वहीं उप कृषि निदेशक, महेन्द्र सिंह द्वारा सभी उपस्थिति किसानो को अवगत कराया गया कि चार दिसम्बर से जनपद की 242 ग्राम पंचायतों में किसान पाठशालाओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें कृषि विभाग एवं कृषि से सम्बन्धित सभी विभागों की योजनाओ के बारे में जानकारी दी जायेगी। यह भी अवगत कराया गया कि जनपद के सभी किसानो की फार्मर रजिस्ट्री बनाने का कार्य प्रारम्भ हो रहा है, जो सभी किसानो के लिए अति महत्वपूर्ण है क्योकि जिन किसानो की फार्मर रजिस्ट्री 31 दिसम्बर तक बन जायेगी, उन्ही किसानो को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त होगा। जिलाधिकारी द्वारा योजनाओ के पारदर्शी एवं प्रभावी ढ़ग से क्रियान्वयन करने तथा समय-समय पर इसके परीक्षण एवं मूल्याकन करते रहने के निर्देश दिए गये। जिलाधिकरी द्वारा भूमि संरक्षण इकाई द्वारा संचालित अन्य योजनाएं यथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना एवं खेत तालाब योजना की भी समीक्षा की गयी तथा किसान समृद्धि योजना के अन्तर्गत कराये गये कार्यो के लाभ एवं महत्व से लाभार्थी कृषको को अवगत कराने के साथ-साथ निर्मित संरचनाओं के सुरक्षित रखने हेतु जागरूक करने के निर्देश दिये गये, जिससे इन संरचनाओं का लाभ लम्बे समय तक प्राप्त होता रहे। खेत तालाब के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि कृषकों को इस प्रकार से प्रशिक्षित किया जाय, जिससे किसान तालाब के अन्दर जलीय खेती, मत्स्य पालन के साथ-साथ अरहर की खेती कर अतिरिक्त लाभ प्राप्त कर सके। अध्यक्ष जिला पंचायत द्वारा अपने संबोधन में इकाई द्वारा संचालित योजनाओं के विधिवत प्रचार-प्रसार करने के साथ ही इसके प्रभावी निष्पादन पर बल दिया गया, क्योंकि यह योजनाएं कृषि विकास एवं कृषि उत्पादन बढाने के साथ-साथ किसानो की आय वृद्धि से सीधे जुड़ी हुई है। अन्त में उप कृषि निदेशक, महेन्द्र सिंह द्वारा उपस्थिति सभी अधिकारियों एवं सदस्यो का धन्यवाद ज्ञापित किया।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर