बुगरासी। क्षेत्र में तेंदुए का भय लगातार बना हुआ है। लोग खेतों पर जाने से डरने लगे हैं। जंगल-जंगल घूम रहा तेंदुआ तहसील क्षेत्र के अलग-अलग गांव के जंगल में देखा जा चुका है। वन विभाग तेंदुए के होने की बात से ही इंकार करता रहा है।
तहसील क्षेत्र के गांव महाव में अज्ञात जानवर के हमले से गई ग्रामीण घायल हो गए। तेंदुए के शक में लोगों ने अज्ञात जानवर को घेरकर मार डाला। हालांकि मारा गया अज्ञात भेड़िया रहा। इससे पहले भी क्षेत्र के अलग-अलग गांव के जंगल में तेंदुआ देखा जा चुका है। बुगरासी क्षेत्र के गांव बसीबांगर, फरीदाबांगर, निजामपुर आदि सहित अनेक गांवों के जंगल में तेंदुआ देखा जाता रहा है। बड़ी बात यह है कि यहां हजारों बीघा वन विभाग क्षेत्र रहा है और लगातार अवैध कटान के चलते जंगल कम हुआ तो जंगली जानवर बस्ती में आने लगे हैं। यही कारण है कि इन जंगल में रहने वाले तेंदुआ बस्ती में आ रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं। क्षेत्र के कई गांव में तेंदुआ देखे जाने के बाद भी वन विभाग आज तक तेंदुए के होने की बात को ही स्वीकार नहीं पाया है। तकरीबन तीन माह पूर्व तहसील के कार्य से आए एक अधिकारी ने भी तेंदुए के देखे जाने के बाद उसकी शिकायत एसडीएम से की थी। लेकिन वन विभाग ने तब भी तेंदुए की होने की बात से इनकार कर दिया था। पिछले छह माह में तेंदुए पशुओं सहित एक किसानों पर हमला कर घायल कर चुका है। लगातार हो रहे तेंदुए के हमले से लोगों में दहशत है और लोग खेतों पर अकेले जाने से भी डरने लगे हैं। बावजूद इसके वन विभाग तेंदुए को बिल्ली या अन्य जंगली जानवर बताकर पल्ला झाड़ता रहा है। लगभग दो माह पूर्व नरसेना क्षेत्र के एक गांव में तेंदुए की पुष्टि सीसीटीवी में कैद होने के बाद हुई। लेकिन सीसीटीवी की फुटेज में आए तेंदुए भी वन विभाग जंगली जानवर करार दिया था। फिलहाल लोगों में दहशत बनी हुई है।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर