स्याना। तहसील क्षेत्र से डग्गामार बस सहित अनेक इको गाड़ी दिल्ली के लिए सवारी लेकर जाती हैं। इनमें अनेक गाड़ियां तो बुगरासी क्षेत्र से चलती हैं। रोडवेज बस नहीं होने कारण मनमाने किराए में लोगों को दिल्ली जाना पड़ता है। एको गाड़ी चालक 200 रुपए प्रति सवारी जबकि डग्गामार बस संचालक 120 रुपए प्रति सवारी दिल्ली के किराए वसूलते हैं। फिलहाल डग्गामार बस बंद पड़ी हुई हैं।
तहसील क्षेत्र से लगभग एक दर्जन डग्गामार बस दिल्ली के लिए जाया करती थीं। जनपद के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी दुर्घटना होने के बाद डग्गामार बसों के खिलाफ आवाज उठी तो संबंधित विभाग ने चेकिंग शुरू कर दी। चेकिंग शुरू होते ही डग्गामार बस बंद हो गईं। लेकिन उनके साथ-साथ चल रही इको गाड़ियों की संख्या में इजाफा हो गया है। केवल बुगरासी क्षेत्र से ही आधा दर्जन डग्गामार बसों का संचालन होता है। बुगरासी से चल रहीं डग्गामार बस में दिल्ली तक के लिए किराया 120 रुपए लिया जाता था। लेकिन अब इनके बंद होने से इको गाड़ी संचालक 200 रुपए प्रति सवारी किराया वसूल रहे हैं। एक दर्जन से भी ज्यादा चलने वाली इको गाड़ियां रोडवेज बस की सुविधा नहीं होने के कारण मनमाना किराया वसूल रही हैं। छह सवारी के स्थान पर 10 से 11 सवारियां ले जाई जा रही हैं। क्षेत्रवासियों ने कई बार रोडवेज बस की मांग की है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हिंदुस्तान उत्थान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेश कुमार चौहान ने बताया कि बुगरासी क्षेत्र से आधा दर्जन डग्गामार बस सहित दर्जन भर इको गाड़ियां संचालित रही हैं। बस फिलहाल बंद है। इको गाड़ी में 10 से 11 सवारियां दिल्ली के लिए जा रही हैं। यदि क्षेत्र से रोडवेज बस लगा दी जाए तो इससे राजस्व को लाभ होगा। फिलहाल राजस्व के नुकसान के साथ-साथ सवारियों को इको गाड़ी में मजबूरन यात्रा करनी पड़ रही है। क्षमता से अधिक इन गाड़ियों में सवारी होने से दुर्घटना होने का भी खतरा बना रहता है।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर