बुलंदशहर। चल रही तेज़ हवाओं से गेहूं की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। किसानों के अनुसार, तेज़ हवा के कारण गेहूं का दाना समय से पहले सूख सकता है और उसका आकार बारीक रह सकता है, जिससे पैदावार और गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ेगा। वहीं, आम के बौर में नमी के चलते फंगस का भी खतरा बना हुआ है।
मंगलवार रात से ही तेज हवा चल रही है। हवा के ठंडी होने के कारण तापमान में भी हल्की गिरावट आई है। तेज चलती हवा गेहूं व आम की फसल के लिए नुकसानदेह बताई जा रही है। कई इलाकों में तेज़ हवा से खेतों में खड़ी फसल झुक रही है, जिससे बालियों में दाना कमजोर हो सकता है। यदि यही स्थिति बनी रही, तो उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है। राजकुमार लोधी, दिनेश कुमार, अनुज त्यागी आदि किसानों ने बताया कि तेज हवा के चलते गेहूं का दाना सूख जाएगा और दाना बारीक रहने से फसल कमजोर होगी। वहीं, जिन खेतों में पानी की जरूरत है तेज हवा में पानी नहीं लगाया जा सकता। पानी लगाया जाता है तो फसल गिर सकती है।
बागवान भी हवा से आम की फसल में नुकसान की बात कह रहे हैं। शानू खान, राशिद खान, वकार खान, जगदीश राणा आदि बागवानों ने बताया कि तेज हवा के साथ तापमान में गिरावट आई है। आम के पेड़ों पर बौर आ चुका है। तेज ठंडी हवा से बौर में नमी के चलते फंगस की बीमारी होने का खतरा बन गया है। हवा बंद होने के बाद फंगस से बचाव के लिए बागवान कीटनाशक दवाओं के छिड़काव पर भी विचार कर रहे हैं। वहीं, जानकारों का कहना है कि किसानों को फसल की नमी बनाए रखने के लिए हल्की सिंचाई करनी चाहिए और तेज़ हवाओं के असर को कम करने के लिए खेतों के चारों ओर हवा रोकने वाले पेड़-पौधे लगाने चाहिए।

Author: The Hindustan Times
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