स्याना। शुक्रवार को अपना दल एस के जिलाध्यक्ष राजकुमार भुर्जी के नेतृत्व में नगर के मौहल्ला बोबासाई स्थित कैंप कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने संतराम बीए प्रजापति की जयंती पर उन्हें नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजकुमार भुर्जी ने कहा कि संतराम बीए प्रजापति का जन्म पंजाब के होशियारपुर जिले के बस्ती गांव में मुंशीराम भगत के यहां 14 फरवरी 1886 में प्रजापति-कुम्हार समाज में हुआ था। संतराम बीए प्रजापति के पिता का नाम रामदास गोहिल और माता का नाम मालिनी देवी था। संतराम उर्दू, फारसी और पंजाबी भाषाओं के ज्ञाता थे। वर्ष 1909 में इन्होंने गवर्नमेंट कॉलेज लाहौर से बीए किया। इनके समय में बीए पास करना बहुत बड़ी बात हुआ करती थी। इसलिए लोग इन्हें संतराम बीए कहते थे। स्वामी दयानंद सरस्वती और श्रद्धानंद के विचारों से काफी प्रभावित हुए और आर्यसमाजी हो गए। वर्ष 1922 में जाति पाती तोडक मंडल की स्थापना की। वर्ष 1948 में लिखी गई उनकी किताब हमारा समाज काफी चर्चित रही। 31 मई 1988 को अपनी बेटी गार्गी चड्डा के यहां अंतिम सांस ली। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राजकुमार भुर्जी व संचालन जिला उपाध्यक्ष पवन चौधरी ने किया। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सैन, शैकी आंबेडकर, कृष्ण कुमार, भगवत जाटव, जीतू सिंह, बालकिशन बाल्मीकि, हाजी गुलज़ार कुरैशी, अमित प्रजापति व जीतू गौतम आदि मौजूद रहे।

Author: The Hindustan Times
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