खबर पल पल की

April 30, 2025 3:49 pm

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धड़ल्ले से बिक रहे अधोमानक और बिना ब्रांड के खाद्य पदार्थ

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–ठोस कार्यवाही नहीं होने से फल-फूल रहा घटिया खाद्य सामग्री का कारोबार

–दुकानों पर कई ऐसे खाद्य पदार्थ मौजूद जिन पर नहीं नाम सहित नहीं होती एक्सपायरी डेट

( विवेक भारद्वाज)

जहांगीराबाद। नगर जहांगीराबाद सहित ग्रामीण क्षेत्र में अधोमानक और बिना ब्रांड के खाद्य सामग्री बेची जा रही है। पैक बंद कई ऐसे उत्पाद हैं जिस पर न तो कंपनी का नाम है और न ही एक्सपायरी डेट लिखी हुई है। गली कूचों से लेकर हाइवे तक पर बेची जा रही खाद्य सामग्री जानलेवा साबित हो सकती है। लेकिन दिखावे की कार्यवाही और मिलीभगत से जहांगीराबाद में घटिया खाद्य सामग्रियों का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है।
नगर व ग्रामीण में कई लोगों के बीमार हो जाने के बाद भी मिलावटी खाद्य सामग्रियों की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। शहर में छोटे-बड़े दुकानदार विभिन्न प्रकार के खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। इन पैकिंग खाद्य सामग्रियों पर न तो पैकिंग डेट है और न ही इन पर एक्सपायरी अंकित है। खास बात यह है कि स्नैक्स बनाने वाले व्यापारी जो पैक बंद सामान बच्चों के लिए तैयार करते हैं। जगह-जगह होटलों एवं किराना दुकानों पर साधारण पॉलीथिन में नमकीन के पैकेट बिक रहे है। पैकेट पर न मेन्यूफेक्चरिंग और न ही एक्सपायरी डेट अंकित हैं। जब विक्रेताओं से उक्त सामग्री बनाने वाली कंपनी और उसकी निर्माण की डेट पूछी जाती है तो दुकानदार का कहना था कि फेरी वालों से लेते है। लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्र में ब्रेड, टोस्ट, लड्डू, नमकीन और डिब्बे में बंद ऐसे कई उत्पाद बेचे जा रहे हैं जो कि जानलेवा साबित हो सकते हैं।

कम लागत में अच्छा मुनाफे का धंधा

दुकानों पर बिक रहा बिना बैच नंबर और एक्सपायरी का सामान कम लागत में मुनाफे का धंधा है। नमकीन के पैकेट कंपनी या फेरी वालों से खरीदने पर दुकानदारों को कम लागत में ही दोगुना मुनाफा हो जाता है। बिना ब्रांड के नमकीन के पैकेट 50 से 70 रुपए में उपलब्ध हो जाते हैं जिसे दुकानदार 150 से 180 रुपए तक बेचकर कम लागत में मुनाफे का धंधा कर रहे हैं। साथ ही इससे लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ किया जा रहा है।

मसाला नमकीन पैकेट पर नहीं होती कोई तारीख

क्षेत्र भर में बिक रहे मसाला नमकीन के पैकेट पर कोई तारीख नहीं लिखी रहती है। साथ ही इस पर किसी भी तरह का बैच नंबर और एक्सपायरी डेट भी नहीं है। जबकि खाद्य एवं औषधि विभाग के मानक के अनुरूप इन पर बैच नंबर, मैन्युफेक्चरिंग डेट और एक्सपायरी के साथ प्राइस लिखना आवश्यक होता है

बोले अधिकारी 

मामले की जानकारी नहीं है। टीम द्वारा क्षेत्र में सभी जगह जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। मुनेंद्र सिंह राणा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी 

The Hindustan Times
Author: The Hindustan Times

Admin@The hindustan times

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