कासगंज: सोरों क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव होडलपुर में स्थित माध्यमिक विद्यालय में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर शिक्षकों द्वारा डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के चित्र पर माल्यार्पण कर विद्यालय के बच्चों को उनके जीवन संघर्ष के बारे में बताया गया।
विकासखंड क्षेत्र सोरों में आने वाले गांव होडलपुर में स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम की जयंती बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अरुण प्रताप सिंह ने विद्यार्थियों को डॉक्टर कलाम के जीवन के बारे में बताया कि एक मध्यम वर्गीय मुस्लिम परिवार में जन्म लेकर उन्होंने अत्यधिक कठिनाइयां उठाते हुए वैज्ञानिक बने तथा देश के 11 में राष्ट्रपति होने का गौरव प्राप्त किया। 15 अक्टूबर 2010 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने हर वर्ष 15 अक्टूबर को डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम के जन्म दिवस को वर्ल्ड स्टूडेंट्स डे के रूप में मनाने की घोषणा की। डॉक्टर कलाम का मानना था कि विद्यार्थी ही हैं जो दुनिया में बड़े बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने साइंस एवं टेक्नोलॉजी विशेष कर मिसाइल और आंतरिक अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसलिए वह मिसाइल मैन के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। विश्व छात्र दिवस के उपलक्ष्य में विद्यालय में अनुपस्थित हुए बिना लगातार विद्यालय आने वाले बच्चों को शिक्षक अरुण प्रताप सिंह ने कॉपी पेन देकर प्रोत्साहित किया इसके साथ ही अन्य बच्चों को भी नियमित विद्यालय आने के लिए तथा उनका जैसा बनने के लिये प्रेरित किया।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका श्रीमती मिथिलेश कुमारी एवं सहायक अध्यापक श्री अरविंद कुमार पाल उपस्थित रहे।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर