कासगंज: जिला अस्पताल मामों पर आज दिन शुक्रवार को करीब साढे छः सौ नए मरीजों का पर्चा बना। जिनमें 215 मरीजों को बुखार की समस्या थी। वहीं 190 मरीजों को सांस संबंधी बीमारी देखने को मिली। 43 लोगों को डायरिया की समस्या थी। आपको बता दें कि सामान्यतः कासगंज के जिला अस्पताल मामों पर हर रोज हजारों की संख्या में मरीज पहुंचते हैं। लेकिन हाल के कुछ दिनों में ये देखने को मिल रहा है कि छोटे-छोटे बच्चे जिनकी आयु अभी 12 साल से भी कम है, उन बच्चों में सांस संबंधी समस्या देखने को मिल रही है। आज दिन शुक्रवार को जिला अस्पताल पर 12 साल से भी कम उम्र के 88 बच्चे पहुंचे, जिनमें सांस संबंधी समस्या थी।
जिला अस्पताल मामों पर तैनात डॉक्टर दिनेश शर्मा का कहना है कि अभी मौसम परिवर्तन चल रहा है। बारिश भी हो रही है, जिससे आस पास जल भराव के कारण जहरीले मच्छर/कीट पनप रहे हैं। जिनके काटने से छोटे छोटे बच्चों और बड़ों में बीमारी फैल रही है। मौसम परिवर्तन भी एक बड़ी वजह बच्चो के बीमार पड़ने की बन रही है। इस लिए बच्चों में सर्दी होने जहरीले कीड़ों के काटने से तबियत खराब हो जाती है। परिजनों द्वारा लापरवाही के चलते चिकित्सा न दिलवाने से बच्चों में अधिक समय बीतने पर सांस की समस्या हो जाती है।
वहीं जिला अस्पताल पर तैनात बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर दिनेश शर्मा का कहना है कि, बच्चों को प्लास्टिक की डिब्बी से दूध ना पिलाएं बच्चों को हमेशा मां का दूध पिलाएं जो बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हमेशा लाभकारी होता है। अगर बच्चे में खांसी,बुखार, बच्चे का चिड़चिड़ा पान आदि जैसी कोई भी समस्या होती है तो तत्काल उसे चिकित्सक को दिखाएं। बच्चों को पूरे कपड़े पहनाएं। मच्छरों से बचने के लिए हमेशा मॉर्टिन आदि जैसी चीजों का प्रयोग ना करें। केवल मच्छरदानी का प्रयोग करें।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर