स्याना। तहसील क्षेत्र बुगरासी के निकटवर्ती गांव बरहाना सहित आसपास के खेत वाले किसान फसलों को लेकर परेशान हैं। किसानों की फसलों को छुट्टा पशु बर्बाद कर रहे हैं। पशुओं के लिए बनाई गई गौशाला लगभग ढाई साल से बंद बताई जा रही है। किसानों ने छुट्टा पशुओं को गौशाला में बांधे जाने की मांग की है।
छुट्टा पशुओं के आश्रय के लिए कई गांव में गौशाला बनाई गई हैं लेकिन ग्राम प्रधानों की लापरवाही के चलते छुट्टा पशु गौशाला के स्थान पर बाहर खेतों में फसलों को बर्बाद कर रहे हैं।

तहसील क्षेत्र के निकटवर्ती कस्बा बुगरासी के गांव बरहाना में तकरीबन पांच साल पहले गौशाला बनवाई गई थी। लगभग ढाई साल से गौशाला बंद पड़ी हुई है। लापरवाही का आलम यह है कि गौशाला में एक भी पशु नहीं है। बड़ी संख्या में पशु खेतों में फसलों को बर्बाद करते रहते हैं। कई बार तो ये छुट्टा पशु किसानों पर हमला बोल देते हैं।

सोनू त्यागी, सुशील कुमार, विनोद कुमार, रोबिन आदि किसानों ने बताया कि झुंड के रूप में छुट्टा पशु फसलों को लगातार बर्बाद कर रहे हैं। झुंड में होने पर कई बार ये राहगीरों और किसानों पर हमला भी बोल देते हैं। कुछ छुट्टा पशुओं की स्थिति तो यह है कि बाइक के पीछे दौड़ तक लगाते हैं। सड़कों पर घूमने के कारण अनेक वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त तक हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में गौशाला होने के बाद भी पशु इधर-उधर घूमते रहते हैं और गौशाला बिल्कुल खाली और बंद पड़ी रहती है।
किसानों ने किया था हंगामा
तकरीबन डेढ़ साल पहले फसलों के बर्बाद होने से नाराज किसानों ने गांव में हंगामा भी किया था। तत्कालीन एसडीएम ने गांव में पहुंच किसानों को समझाकर बड़ी संख्या में घूमने वाले छुट्टा पशुओं को बाहर छुड़वाने का आश्वासन दे लोगों को शांत किया था। तब तो कुछ छुट्टा पशुओं को बाहर भेजा गया था। लेकिन फिर से गांव बरहाना में छुट्टा पशुओं की तादाद बढ़ गई है।
एडसीएम ने कहा
गांव बरहाना में गौशाला में पशुओं के नहीं होने की स्थिति की जानकारी की जाएगी। आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। –देवेंद्र पाल सिंह, एसडीएम स्याना

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर