कासगंज। कासगंज जनपद में कस्बा मोहनपुरा के समीपवर्ती गांव कांतौर में दो दिवसीय देवछठ मेले का मंगलवार को समापन हुआ। भगवान श्री कृष्ण के भाई बलराम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में देवछठ एवं सप्तमी को दो दिवसीय मेले का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। बुजुर्गों के अनुसार यह सौ वर्षों से भी पुराना मेला है। स्थानीय निवासी अंकित पुंढीर ने बताया कि ऐसा कहा जाता है कि जबसे हाथरस में दाऊ जी मेला लगना शुरू हुआ तभी से कांतौर में भी मेले का आयोजन प्रारंभ हुआ था। मेले में मनोरंजन, खेल कूद एवं खानपान की दुकानों के अलावा दंगल का भी आयोजन किया जाता है। दंगल में क्षेत्रीय पहलवानों से अलावा दूर दूर से पहलवान आकर अपने दांव पेच आजमाते हैं। बच्चे और युवाओं ने जमकर मेले का लुत्फ उठाया। चारों ओर चहल पहल कर चाट पकौड़ी, खेल कूद और झूले का खूब आनंद लिया। मेले का लुत्फ पाकर सभी के चेहरे आनंदित थे। क्षेत्रीय दर्शक सचिन पुंढीर ने बताया कि मेले की तैयारियां अच्छी थीं जिससे रौनक बनी हुई थी। वह दोनों दिन मेले का लुत्फ लेने आए। मेला संरक्षक कमेटी के सदस्य रुकुमपाल सिंह पुंढीर, विजेंद्र सिंह पुंढीर, रामपाल सिंह गुरु, ब्रजराज सिंह, कमेटी अध्यक्ष कृष्णगोपाल पचौरी, सचिव धर्मपाल सिंह, उपाध्यक्ष गौरव पुंढीर, कोषाध्यक्ष महेंद्र सिंह एवं अन्य आयोजक दिवाकर पचौरी, मनीष पुंढीर, सुरेंद्र सिंह बंटी, वरुण सिसौदिया भोले ने सभी क्षेत्रीय जनता का मेले के सफल आयोजन पर आभार व्यक्त किया।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर
1 thought on “कांतौर के परंपरागत दो दिवसीय देवछठ मेले का हुआ समापन”
मेरा गांव मेरा गर्व धन्यवाद मेला के लिए लिखने के लिए