कासगंज: सोरों विकास खंड में लगने वाले गांव का एक ऐसा मामला सामने आया है कि प्रधान तो कर रही है नोएडा में रहकर नौकरी। वहीं प्रधान का ससुर कर रहा है मनमाने ढंग से प्रधानी। पंचायत की जनता है परेशान लेकिन संबधित अधिकारी नही दे रहे है ध्यान। आपको बता दें कासगंज जनपद के सोरों विकास खंड में आने वाली ग्राम पंचायत तुमारिया में प्रधान की अनदेखी और लापरवाही के चलते सरकार के स्वच्छता व महामारी नियंत्रण के अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं। वहीं गांव के रास्ते कीचड़ से लबालब हो चुके हैं और गंदगी तथा कीचड़ युक्त जल भराव के चलते ग्रामीण रास्ते से होकर निकलने को परेशान हैं। लेकिन ग्राम प्रधान और संबंधित अधिकारियों द्वारा ऐसे रास्तों की तरफ अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सोरों विकासखंड के तुमरिय ग्राम पंचायत के मुख्य रास्ते भी कीचड़ से लबालब हो चुके हैं और जगह जगह चौराहों पर कचरे के ढेर लगे पड़े हैं। इस गंदगी से बच्चों में संक्रमण फैलने की आशंका है। जिसके चलते ग्रामीण बीमारी का शिकार हो रहे हैं। आए दिन डॉक्टरों के यहां चक्कर लगाते हैं। बीते कई दिनों से जलभराव होने से पानी गाद के रूप में परिवर्तित हो चुका है। इतना ही नहीं गांव में बने प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा के लिए जाने वाले बच्चों को भी उसी रास्ते से होकर निकलना पड़ रहा है। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि वह इसी समस्या को लेकर ग्राम प्रधान और संबंधित पंचायत सचिव से कई बार कह चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।

महिला प्रधान कोमल करती है नोएडा में रहकर नौकरी ससुर हेमसिंह देखता है प्रधानी का कार्यभार
तुमरिया के ग्रामीणों का कहना है तुमरिया गांव की वर्तमान प्रधान कोमल को प्रधान पद पर लगभग साढ़े तीन वर्ष हो चुके हैं। लेकिन पंचायत के लोगों ने आज तक अपने ग्राम पंचायत के प्रधान को नहीं देखा। तुमरिया की प्रधान कोमल कभी भी अपने पंचायत में आने वाले ग्रामीणों की समस्याएं नहीं सुनती ना ही कभी गांव में घूमने आई है। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द हमारी समस्याओं का समाधान कराया जाए। वही गांव के लोगो का ये भी कहना है की कोमल अपने पति व बच्चों के साथ नोएडा में रहकर नौकरी करती है। वही गांव में वर्तमान प्रधान कोमल का ससुर हेम सिंह मनमाने ढंग से प्रधानी का कार्यभार देखता है। अगर हम कोई भी कागज पर प्रधान के हस्ताक्षर कराने जाते है तो हेमसिंह ही उन कागजों पर हस्ताक्षर करता है। कई बार ऐसा भी होता है कि वह बार बार अपने घर के चक्कर भी लगवाता है।
आपने हमे वोट नही दिया जिसको दिया उससे कराओ काम
प्रधान कोमल के ससुर हेमसिंह के पास हम जब भी जाते है तो वो कभी भी हमारी बात नहीं सुनते। और कभी सुन भी लेते हैं तो यही कहते हैं कि आपके गांव से हमें वोट नहीं मिले। आपके गांव बालों ने जिस को वोट दिए उसी के काम करा लो।
प्रधान का ससुर नहीं बैठने देता है कभी भी ऑफिस में
वहीं कुछ ग्रामीणों का ये भी कहना है कि प्रधान कोमल का ससुर हेमसिंह कभी भी पंचायत के लिए बनाई गई ऑफिस में नहीं बैठने देता। हमेशा ताला लगा कर रखता है। न ही कभी ग्राम पंचायत की खुली बैठक होती है तो उसने बुलाता है। हेमसिंह अपने ही चाटुकार लोगो को ऑफिस में बैठने की इजाजत देता है।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर