बुलंदशहर। जवहार नवोदय विद्यालय बुकलाना से रविवार को दिल्ली गए 126 छात्राओं के टूर के लौटे वक्त लगभग दो दर्जन छात्राओं की हालत खराब हो गई। पूरे दिन भूखा-प्यासा रहने के कारण हालत खराब होने का कारण बताया जा रहा है। बीमारी हुईं 23 छात्राओं को सोमवार सुबह स्याना के दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
रविवार को जवाहर नवोदय विद्यालय बुकलाना से पीएमश्री योजना के तहत तीन बस से 126 छात्राएं दिल्ली टूर पर थीं। स्कूल में नाश्ता करने के बाद सुबह लगभग आठ बजे छात्राएं तीन अलग-अलग बसों से दिल्ली के लिए गई थीं। बताया जाता है कि बस चालकों ने टोल बचाने के चक्कर में तीन घंटे का रास्ता लगभग छह घंटे में तय किया। इससे बच्चों को चक्कर व उल्टी की शिकायत बनने लगी थी। बच्चों को निर्धारित स्थान पर घुमाया गया। इस बीच समय अधिक होने के कारण छात्राओं को भूख-प्यास बढ़ने लगी। लेकिन छात्राओं को भोजन नहीं मिल पाया। बच्चों को अक्षरधाम मंदिर घुमाने तथा वहीं खाना खिलाने का कार्यक्रम बनाया लेकिन रविवार में भारी भीड़ के चलते अक्षरधाम में प्रवेश नहीं मिल पाया। भूख और प्यास के चलते छात्राओं को बेचैनी होने लगी। लौटे वक्त रात लगभग साढ़े सात बजे दिल्ली-हापुड़ रोड स्थित शिवा ढाबे पर बसों को रोक छात्राओं को खाना खिलवाया गया। इसी बीच छात्राओं की हालत बिगड़ने लगी। कई छात्राओं को चक्कर आए तथा कई को उल्टी तक हो गई।
हालत बिगड़ने पर 14 छात्राओं को सरस्वती अस्पताल में भर्ती कराया गया। तवियत में सुधार हुआ तो स्कूल वापस आने लगे। रास्ते में फिर से कुछ छात्राओं की तवियत बिगड़ी तो रात में ही छह छात्राओं को स्याना सीएससी में भर्ती कराया गया। इनकी स्थिति में जैसे ही सुधार हुआ तभी छुट्टी दे दी गई। सोमवार सुबह फिर से छात्राओं की तवियत खराब हो गई। इस बार 19 छात्राओं को सीएचसी स्याना तथा चार छात्राओं को जगराम अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों की टीम ने लगभग चार घंटे की मेहनत के बाद स्थिति पर काबू पा लिया।
सीएमओ में कहा
12 घंटे तक भूखा रहने के कारण बच्चियों में कमजोरी बनी है। इससे छात्राओं की तवियत खराब हो गई थी। स्थिति नियंत्रण में है।-डॉ. मंजू अग्रवाल, सीएमओ बुलंदशहर
प्राचार्य ने कहा
बस चालकों ने टोल बचाने के चक्कर में लंबा रूट तय कर तीन घंटे के स्थान पर छह घंटे में सफर में लगाए हैं। स्टाफ को रूट की जानकारी नहीं थी। बसों में लगातार बच्चों के बैठे रहने से चक्कर व उल्टी की समस्या बनी है। अब सभी छात्राओं का स्वास्थ्य ठीक है। –पीके रॉय, प्राचार्य, जवाहर नवोदय विद्यालय बुकलाना
अभिभावकों का आरोप
टूर में गईं गए स्टाफ की लापरवाही से छात्राओं की हालत बिगड़ी है। छात्राओं को भूख लगने पर रास्ते से कुछ भी नहीं खरीदने दिया गया। बच्चों पर पानी तक इंतजाम नहीं थी। स्टाफ की घोर लापरवाही है। बच्चियां भूख-प्यास में रही हैं जिससे हालत खराब हुई है।-हरिओम, गजेंद्र आदि अभिभावक

Author: The Hindustan Times
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