-स्वास्थ्य विभाग का दावा कि पुलिस को कार्रवाई के लिए दिया गया है लेटर
-स्वास्थ्य विभाग का दावा कि पुलिस को कार्रवाई के लिए दिया गया है लेटर
-पुलिस बोली स्वास्थ्य विभाग ने नहीं दी लिखित शिकाय
-पीड़ित आरोपी चिकित्सक पर कार्रवाई के लिए लगा रहा थाने और स्वास्थ्य विभाग के चक्कर
कासगंज: थाना क्षेत्र अमापुर के अंतर्गत आने वाले गांव लखमीपुर पर स्थित उमेश क्लीनिक पर दिनांक 29 अगस्त को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा छापामारी की गई थी, जिसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि उमेश क्लीनिक अवैध रूप से संचालित है। क्लीनिक संचालक पर चिकित्सा संबंधी कोई डिग्री या डिप्लोमा नहीं था। इस लिए उमेश क्लीनिक को सीज कर दिया गया था और झोलाछाप उमेश क्लीनिक संचालक पर एफआईआर के लिए थाना अमापुर को सूचना दी गई थी।
आज तक कोई कार्यवाही उस मामले में नहीं की गई है, जबकि उमेश क्लीनिक संचालक ने अपने पुराने क्लीनिक से कुछ दूरी पर अपना नया क्लीनिक खोल लिया है जिसका संचालन बेधड़क किया जा रहा है।
ये है पूरा मामला
ओमकार पुत्र दुर्ग सिंह जो गांव लखमीपुर का निवासी है, 14 अगस्त को ओमकार को पेशाब न आने की समस्या हो गई थी। इस लिए परिजन ओमकार को उमेश क्लीनिक पर भर्ती करा दिया था। क्लीनिक संचालक उमेश ने फोन करके डॉ. आदित्य जो महदवा पर क्लीनिक चलाता है, उसको बुलाया। उमेश और आदित्य दोनों लोगों ने मिलकर ओमकार को यूरिन के लिए नली लगा दी। जिसके बाद से ओमकार के पेट में तेज दर्द और यूरिन के रस्ते खून आना शुरू हो गया। परिजनों का आरोप था कि आदित्य और उमेश ने गलत तरीके से नली लगा दी थी, जिससे ओमकार को यूरिन के रस्ते खून ओर पेट में तेज दर्द होने लगा था। ओमकार की हालत को बिगड़ता देख परिजनों द्वारा आनन फानन में दूसरी जगह इलाज के लिए ले गए थे। इस संबंध में ओमकार द्वारा 23 अगस्त को मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज से शिकायत की गई थी। मुख्य चिकित्साधिकारी के आदेश पर दिनांक 29 अगस्त शाम करीब 5 बजे अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने अपनी टीम के साथ लखमीपुर पर स्थित उमेश क्लीनिक पर छापा मारा। उमेश पर कोई डिग्री डिप्लोमा न होने के कारण क्लीनिक सीज कर दिया था। उमेश पर अवैध क्लीनिक संचालक के संबंध में मुकदमा पजीकृत करने के लिए थाना अमापुर को सूचना दी गई थी।
उमेश ने दूसरी जगह खोला क्लीनिक, अभी तक कोई कार्यवाही नहीं
इतने दिन बाद भी अवैध क्लीनिक संचालक उमेश पर अभी तह कोई मुकद्दमा पंजीकृत नहीं हुआ और उमेश ने दूसरी जगह क्लीनिक भी खोल लिया। इसकी शिकायत लेकर पीड़ित ओमकार दिनांक 19 अक्टूबर को मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज से जाकर मिले। ओमकार का कहना है कि उमेश पर कार्यवाही के लिए मैं थाने के चक्कर काट काट कर परेशान हो चुका हूं। लेकिन थाने पर मुझसे कह दिया जाता है कि उमेश के खिलाफ कार्यवाही के लिए हमें कोई सूचना मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा नहीं दी गई है। जब हमें सूचना मिलेगी तब ही हम कार्यवाही करेंगे। ओमकार का ये भी कहना है कि मैं जब भी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज या मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज से मिलता हूं तो हर बार यही कहकर टाल देते है कि हमने थाने को लेटर भेज दिया है। वहीं ओमकार का कहना है कि अपर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि हमारे कार्यालय से अवैध क्लीनिक संचालक उमेश के विरुद्ध पहले ही थाने को लेटर भेज दिया गया था।
क्या बोले मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज
मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज का कहना है कि हमारे द्वारा अवैध तरीके से संचालित उमेश क्लीनिक जो अमापुर विकासखंड के गांव लखमीपुर पर था, उसको सीज किया गया था। उस संबंध में हमने उमेश पर कार्यवाही करने के लिए से पुलिस को पत्र के माध्यम से सूचना दे दी थी।

Author: Akshit Agarwal
सीनियर एडिटर