स्याना। 15 साल से बेटे को पाने के लिए दर दर की ठोकरें खा रही महिला व बिछड़े बेटे को एसडीएम गजेंद्र सिंह व सीओ प्रखर पांडेय ने काफी प्रयासों के बाद मिला दिया। बेटे से मिलने के बाद महिला ने प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद दिया। बिहार निवासी महिला उर्मिला की शादी करीब 21 साल पहले नरसेना निवासी सुशील के साथ हुई थी। शादी के बाद उर्मिला ने बेटे हरिओम को जन्म दिया। कुछ वर्षों बाद पति सुशील की मृत्यु हो गई। इस सदमे के बाद महिला उर्मिला मानसिक रूप से परेशान होकर नगर में रहने लगी। जबकि बेटा हरिओम अपने ताऊ के घर में गांव नरसैना में ही रहने लगा। कई बार महिला उर्मिला ने गांव नरसैना जाकर बेटे से स्याना साथ रहने के लिए कहा लेकिन बेटे हरिओम ने इनकार कर दिया।
15 साल तक बेटे को पाने के लिए भटकती रही लेकिन नहीं छोड़ी उम्मीद
15 वर्षों तक महिला उर्मिला ने कोतवाली, सीओ व उच्चाधिकारियों तक बेटे को पाने के लिए भटकती रही लेकिन कोई भी सुनवाई नहीं हुई। कुछ दिन पूर्व उर्मिला ने नरसैना थाना प्रभारी रितेश कुमार व सीओ प्रखर पांडेय से मिलकर बेटे को पाने की गुहार लगाई थी। सीओ प्रखर पांडेय ने बताया कि हरिओम को समझा बुझाकर उर्मिला के साथ रहने का प्रयास किया गया था। हरिओम की सहमति पर बेटे को मां के सुपुर्द किया गया है।

Author: The Hindustan Times
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