बुगरासी। गढ़मुक्तेश्वर व ब्रजघाट में गंगा स्नान पर्व पर भारी भीड़ के चलते रूट डाइवर्ट होने से बुगरासी क्षेत्र में जाम की स्थिति पैदा होने लगी है। कार्तिक स्नान पर बुगरासी के गांव भगवानपुर, बसीबांगर गंगाघाट पर मेले के चलते भी क्षेत्र में लोगों को जाम से जूझना होगा। इसमें विद्यार्थियों को ज्यादा परेशानी होगी।
गंगा स्नान के पर्व पर गढ़मुक्तेश्वर व ब्रजघाट गंगा घाट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है। वहीं बुगरासी क्षेत्र के गांव भगवानपुर, बसीबांगर व फरीदाबांगर गंगाघाटों पर भी मेला लगता है। गढ़मुक्तेश्वर व ब्रजघाट में यातायात को सुचारू बनाए रखने के लिए एनएच-9 हाइवे का रूट डाइवर्ट किया जाता है। बड़ी संख्या में हल्के व भारी वाहन भगवानपुर पुल से होते हुए बुगरासी से निकलना शुरू हो जाते हैं, जो हो चुके हैं। ऐसे में क्षेत्र से वाहनों के गुजरने से जाम लगना शुरू हो चुका है। वाहनों के रूट में भगवानपुर, रूखी, रवानी कटीरी, सुलैला गांव सहित बुगरासी से होकर निकलते हैं। इन गांव के लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कत झेलनी होगी। आज बुधवार से लेकर शनिवार तक जाम की स्थिति बनी रहेगी। विद्यार्थियों को स्कूल लाने व ले जाने वाली गाड़ियां अक्सर जाम में कई घंटे फसे रहने के कारण काफी अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना ही बन्द कर दिया है।
हिंदुस्तान उत्थान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानेश चौहान ने बताया कि रूट डाइवर्ट से घंटों जाम लगता है। बुगरासी से भगवानपुर की दूरी छह किलोमीटर है और रास्ता संकरा है। वाहन चालक पहले निकलने के चक्कर में एक से अधिक बना लेते हैं जिससे जाम की समस्या बन जाती है। कई बार तो जाम पूरी रात तक लगा रहा है। लोगों ने जाम न लगे इसके लिए स्थान-स्थान पर पुलिस तैनाती की भी मांग की है।
अभिभावकों ने की छुट्टी की मांग
बुगरासी क्षेत्र से एनएच-9 से आने वाले बहनों बड़ी संख्या को देखते हुए अभिभावकों ने स्कूल की छुट्टी की मांग की है। अशोक अग्रवाल, अनिल कुमार, पवन कुमार, अबरार अहमद आदि अभिभावकों ने बताया कि बुगरासी क्षेत्र के तीन गंगाघाटों पर मेला लगता है। इसके अतिरिक्त गढ़मुक्तेश्वर व ब्रजघाट में यातायात को सुचारु बनाने के लिए क्षेत्र से बड़ी संख्या में वाहन निकलते हैं। इससे बुगरासी क्षेत्र में जाम की स्थिति रहती है। बच्चे जान में फंसे रहते हैं। वाहन भी घंटों जाम में फस जाते हैं जिससे बच्चों को परेशानी होती है। प्रशासन को सुरक्षा को देखते हुए बृहस्पतिवार से विद्यालयों का अवकाश घोषित करना चाहिए।

Author: Abhishek Agarwal
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